गुरुवार, 31 दिसंबर 2009

नए वर्ष की नई उमंगें....

सांसों में भर के उजियारा....चल नए पवन के साथ उड़ें।
रंग बिरंगे फूलों से चल....आसमां में नया रंग भरें।
ओस की बूंदों को चुराकर....एक नयी नदी बनाएं।
चल समंदर बनें.....बादल पे छा जाएं।
ले के मस्ती की पतंग....चल सजाएं हवा की सुरत को।
फैला कर अपनी बांहों को....चल बनाएं एक जन्नत नया।
जीत कर दिलों की दुनिया को.....चल रचें एक इतिहास नया।
नए वर्ष में जीवन को दें एक अनुपम उपहार नया......

2 टिप्‍पणियां:

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये !

संगीता पुरी ने कहा…

आपके और आपके परिवार के लिए भी नववर्ष मंगलमय हो !!