नमस्कार विद्वतजनों,
एक लंबे अंतराल के बाद आज ब्लॉग पर लिख रहा हूँ। कुछ खास कारणों से मुझे अपने ब्लॉग से लगभग तीन महीने दूर रहना पड़ा। यह दौर मेरे लिए काफी परिवर्तन का दौर रहा कई तरह की जिम्मेवारियां बढ़ी है। पिछले कुछ दिन तो परीक्षा के कारण व्यस्त रहा फिर और कारण आते गए।
इसलिए वक्त के तकाज़ा को समझते हुए कुछ आवश्यक कार्यों को भी विराम देना पड़ा,या यूँ कहें की मैं चाह कर भी वो सब कुछ नही कर पा रहा था जो कुछ दिन पहले आम हुआ करती थी। बड़े बड़े मुद्दे आसानी से निकलते गए लेकिन मैं मन मसोस कर रह जाता था। खैर अब नियमीत रहने की कोशिश करूंगा .............
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